सीजीए द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, फरवरी, 2024 तक सरकार की कुल प्राप्तियां 22.45 लाख करोड़ रुपये रही हैं.
एक साल पहले की समान अवधि में राजकोषीय घाटा केंद्रीय बजट 2022-23 के संशोधित अनुमान (आरई) का 67.8 प्रतिशत था
सरकार वित्त वर्ष 2023-24 में राजकोषीय घाटे को 5.9 फीसद पर लाने की अपनी प्रतिबद्धता पूरी करने में सफल रहेगी: बोफा सिक्योरिटीज
कुल व्यय में 18,47,488 करोड़ रुपए राजस्व खाते पर और 5,46,924 करोड़ रुपए पूंजीगत खाते पर थे.
15वें वित्त आयोग को उम्मीद है कि 2022-23 में ऋण-जीडीपी का अनुपात 33.3 प्रतिशत पर जाकर अपनी पीक पर होगा.
चालू वित्त वर्ष में कुल ऋण-जीडीपी अनुपात 34 फीसदी के पिछले अनुमान के मुकाबले कम होकर 32.4 फीसदी रह सकता है.
चालू खाते का घाटा (CAD) वैश्विक बाजारों के साथ लेन-देन के व्यववहर में देश की स्थिति को मामने का महत्वपूर्ण पैमाना है.
Debt Investments: अक्सर निवेशक 3-4 साल के लिए डेट विकल्प चुनना पसंद करते थे. क्या अब उन्हें अपने ऐसेट एलोकेशन में बदलाव करना चाहिए?
वित्त मंत्री के भाषण के साथ ही सबसे पहला आंकड़ा जो पेश किया जाता है वह होता है वित्तीय घाटा (Fiscal Deficit). मतलब फिस्कल डेफिसिट. सबसे महत्वपूर्ण आंकड़ा यही होता है